#childhood #hostelLife हमारे हॉस्टेल की "मननमाता"… मेरे स्कूल नवोदय विद्यालय टाकली ढोकेश्वर से ये कहानी, आप के लिए..…
और नौवीं क्लास में। मैं हेडल रह चुकी हूं। और हर जिले से बच्चे आते थे। हमारी सेकेंड बैच थी? और सेकेंड? या थर्ड? बैच थी। तो पूरे देश में। बैच? जो इंक्लूड किया जाए। तो उसमें। तो होता ये था कि हेडगलहोने के नाते 1 रेस्पांसिबलिटी? जिसे आपको पद मिलता है। तो रिस्पोंसिबिलिटीज मिलती है। तो मुझे 9 साढ़े 89 के बीच में हॉस्टल में जाकर 1 राउंड लेना पड़ता था। हर रूम में। के लड़कियां? सो गई। न?
hi? man? and i really? have to say? i? now? i have? word? like? wityourswilsand? आप? जिस तरीके से अपनी लाइफ के कुछ बात? share? krte? it? it? so? nice? to her? like? more? than? listing? to story? i enjoyed? i? enjoyed? the way? you have? anak? giving? details? and how? you live? sharing? all? the stories? it really? makes me? feel? like? may? be?