मैं तेरे इश्क में कहीं पागल न बन जाऊँ? तो? आंखें खोले? और मैं उनका काजल न बन जाऊं। तेरे सजने संवरने के लिए। मैं शीशा ही सही। मैं। कहीं तेरे पाँव की पायल न बन जाऊं। तू लिखे अपने जज्बात किसी किताब में मैं उस किताब का कागज न बन जाऊं। तू इस कर? बैठे? धूप? और छांव से मैं। कहीं तुझ पर बरसता? बादल न बन जाऊं?
Aishani Chatterjee
@Aishani · 1:07
आउट? तो आप जरूर सुनिएगा उस स्वेल को। और अगर वो स्वेल आपको अच्छा लगे तो उस पर रिप्लाई जरूर कीजिएगा। क्योंकि दूसरों के स्वेल सुनने से और उनमें रिप्लाई करने से आप दूसरों के साथ कनेक्ट कर पाएंगे। इस प्लेटफार्म में। और अपना स्वेल कास्टिंग जर्नी भी शुरू कर पाएंगे। सो? यह? आम हीर? तो। हेल्प? यू वर द फर्स्ट स्टेप? ऑफ फेट एंड वेलकम वन्स अगेन?
Saif Rayees
@S-A-i-F99 · 0:34
हाय? क्या शायरी है? क्या कविता है? मैं? तेरे इश्क में? कहीं? पागल? तो घायल हो जाएं? नiसशनीजीमुझेबहुत? अच्छा लगा। मैं आपके साथ कनेक्ट हो गया हूँ? मैंने आपको फॉलो कर दिया है। और वे की आप भी फॉलो बैक देंगी। थैंक यू थैंक यू थैंक्स फोर कनेक्टिंग me?